पिया बेदर्दी।
पिया तु बड़ा बेदर्दी पिया तु बड़ा बेदर्दी कस्में सारी तोड़ गया तु जग में तन्हा छोड़ गया तु यादों का अब तूफ़ां घिरा है हाय निर्मोही ये क्या कर दी। पिया तु बड़ा बेदर्दी। तेरे लिए अब मेरे सजना सारी उमर मुझे हैं आहें भरना नाम तेरा मै लिख लिख रोऊँ तेरे बिना मुझे अब नही रहना बैरी क़िस्मत ये क्या कर दी। पिया तु बड़ा बेदर्दी। लाख़ ज़माना मुझको सताये पर दिल से तेरी याद न जाये आँसू मेरे बह जाने दे ऐ सजना कुछ कर जाने दे जीवन में कैसी ज़हर है भर दी। पिया तु बड़ा बेदर्दी। पिया तु बड़ा बेदर्दी। - दीपक कुमार